Saturday, February 2, 2019

वह स्थापना करती है

नाम- अबला
जाति- लज्जा
कुल- बेबसी
गुण-  पंगु
उत्पत्ति- चार दीवारी
स्थान - इंतज़ार
कर्म
पर्यायवाची- बेचारी
                अकेली
                कमज़ोर
उपयोगिता- पहली सुबह से
                अगली सुबह तक......
ऐसे स्त्री,
अब नहीं पाई जाएगी
........वह.......
आ चुकी है,
लाल रंग के साथ,
भुजाओं में.......
छातियों में.....
कौंध जाएगी.
पहली चीख से,
अनंत गूंज तक
.......वह.......
रंगों में
फैल जाएगी.
नकाबपोश,
अब नज़र नहीं आएंगे
........वह......
चेहरों को
मौलिकता दिलाएगी
उसकी पहचान,
कुछ
इस तरह है.....
नाम- प्राण
जाति- मानवता
कुल- जीवन
गुण- समानता
कर्म- प्रेम
पर्यायवाची- तुलसी
                अमृता
                कुमारी
उपलब्धि- पृथ्वी
 स्थान      जल
              अग्नि
              वायु
             आकाश
उपयोगिता- दूध की पहली बूँद से
                अंतिम अग्नि तक.....




   


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